मेट्रो रेल के अंदर गफ़ की चुचियों से खिलवर

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मेट्रो रेल के अंदर गफ़ की चुचियों से खिलवर, मैं माफ़ी चाहता हूँ ऐसी गलती दुबारा कभी नहीं होगी, पर आप उस दिन इतनी खूबसूरत लग रही थीं कि खुद को रोक न सका।मैं अपनी तारीफ़ सुन कर खुश हुई और फिर सोचा कि ठीक ही तो कह रहा है इसमें गलती उसकी क्या थी.